
मानवाधिकार पर सूरज प्रसाद बालिका इण्टर कॉलेज में हुयी बृहत संगोष्ठी
मानवाधिकार पर सूरज प्रसाद बालिका इण्टर कॉलेज में हुयी बृहत संगोष्ठी
हर्ष शर्मा संवाददाता झांसी
भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन के तत्वावधान में अपर जिला जज मान. अविनाश कुमार सिंह सचिव जिला विधिक प्राधिकरण के दिशा निर्देश में प्राचार्या कीर्ति शर्मा की अध्यक्षता , नगर मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य , अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ मान. उदय राजपूत के विशिष्ट आतिथ्य , संरक्षक अशोक अग्रवाल व अवधेश गहोई के संयोजन में आज अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर बृहत संगोष्ठी सम्पन्न हुयी।
आरम्भ में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन किया तत्पश्चात दीपप्रज्वलित कर रचना नामदेव व अशोक काका द्वारा वंदेमातरम गायन से कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ हुआ।भारतीय मानवाधिकार के जिलाध्यक्ष पवन गुप्ता द्वारा मानवाधिकार दिवस पर अपने अधिकारों के दुरुपयोग न करने की अपील करते हुऐ संकल्प लेकर जाने का आग्रह किया। अशोक अग्रवाल काका ने कहा मानवाधिकार वे नैतिक सिद्धांत हैं जो मानव व्यवहार से सम्बंधित कुछ निश्चित मानक स्थापित करता है। उन्होंने बताया मानव अधिकार के चार मूल तत्व हैं बोलने की स्वतंत्रता, पूजा की स्वतंत्रता , अभाव से मुक्ति व भय से मुक्ति। जिला बार के अध्यक्ष उदय राजपूत ने जिला अधिवक्ता संघ की ओर से किसी के भी अधिकारों के हनन न होने देने का आश्वासन देते हुये हर सम्भव सहयोग करने की बात रखी।उन्होंने बताया राशनकार्ड आदि का समाधान स्थायी लोक अदालत में आवेदन करने से लोक अदालत का निर्णय व आदेश सकारात्मक समाधान है। मुख्य अतिथि नगर मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव ने बड़ी ही सरलता से उदाहरण देते हुये समझाया कि मानव के अधिकारों को भारतीय संविधान ने संरक्षित किया हुआ है और उसके अनुसार ही अधिकारों का हनन आयोग में बताया जा सकता है। अतिथियों द्वारा वक्ता बहनों बी.यू.कीनन्दनी तोमर व निहारिका, आरती ,रोशनी , सेजल ,बर्षा व शिक्षिका कृति को बैज पहना कर पुरुस्कृत किया । डॉ ए झटोरिया द्वारा मानवअधिकार पर संकलित पुस्तक का अतिथियों द्वारा विमोचन भी किया गया।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें